मेरे बड़े --

Friday, October 6, 2017

सुप्रभात

सुप्रभात!

प्यार करो पौधे से,
उसके गमले,
फूल से,
और फल से,

गले मिलो सबसे,
आदर करो सबका,
आँखों से हँसों अपनी
दिल जीतो सबका...

हर सुबह होगी सुहानी
उमंग से भरी,मनभावनी
बनेगा बगीचा तुम्हारा
चूँ-चूँ की छावनी.....

-नानी

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