मेरे बड़े --

Thursday, March 26, 2015

देवी प्रवचन

वो मुझमे है, तुझमें है ,तू खोज न  इधर उधर

सिर झुकाकर मिला नज़र, तेरा जीवन जाए गुज़र.......

Sunday, March 8, 2015

पंख नहीं पर चिड़िया हूँ...

मैं गिरती,पड़ती,फिर चल पड़ती
नहीं कभी रुकने वाली
नए नए प्रतिमान रचूंगी,
नहीं कभी झुकने वाली
नन्ही हूँ ,अभी जरा सी,
ठुमक-ठुमक चलती हूँ
काम बड़ों के जैसे करती
प्रकृति में ही पलती हूँ
मिले अगर आशीष तुम्हारा
सरपट दौड़ लगा लूँगी
अपनी ये मुस्कान दिखा कर
ढेरों खुशियाँ बाटूँगी........

-मायरा (आज की राहगीरी,8/3/2015)
हैप्पी वुमंस डे.... टू नानी

Tuesday, March 3, 2015

पूरा ब्लॉग रंग गया मेरा फ़ेसबुकी रंग से


पापा बोल रहे थे होली पर खूब रंग दूँगा......तो चाचू ने छुपने की जगह बताई......
कैसी लगी?....
-मायरा
Like ·  ·