मेरे बड़े --

Tuesday, December 9, 2014

नाज़ुक पैरों के नाज़ुक जूते

"पैर जमीं पर मत रखना."...
चाहता तो हर कोई है पर ...
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सर पर रखे भी तो नहीं जाते ...
उठो बेटा!! चल पड़ो
सूरज से टक्कर लेनी है
और अब तो जूते भी हैं तुम्हारे पास ... :-)
सुप्रभात ....

1 comment:

  1. नानी, ऐसे रेशम-रेशम जूते पहन कर तो मैं कुरुक्षेत्र में लड़ भी सकती हूँ- मायरा!

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बस! आपका आशीष बना रहे ...