नानी कहती है मम्मा भी ऐसी ही थी ...... बाल बहुत कम थे ....तब नानू ने होमियोपैथी की किताबें पढ़ पढ़ कर दवाइयाँ खोजी .... तभी मम्मा के बाल दिखने लगे थे . . और अब मैं नानी की चाँद हूँ ....गोलमटोल .....
बस! आपका आशीष बना रहे ...
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बस! आपका आशीष बना रहे ...