मेरे बड़े --

Thursday, July 31, 2014

तू कितनी अच्छी है ...

भगवान की बनाई सबसे सुन्दर मूरत माँ की है ....

मेरी माँ नींद में भी मेरा ध्यान रखती है ...
और मैं नानी के साथ जल्दी उठकर गपशप करती हूँ --

Wednesday, July 30, 2014

मेरी पहली साड़ी

पापा और मैं खूब मस्ती करते हैं ,आज पापा ने मम्मी का दुपट्टा लेकर मुझे लपेट दिया नहीं नहीं पापा ने अच्छे से उसकी साड़ी पहना दी  --देखो !सुन्दर लग रही हूँ न !
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...और हाँ ,आज तो ईद भी है तो लाओ अब मेरी ईदी!!! .
-क्या?
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आपका आशीर्वाद .....

व्यायाम की एक सुबह

इस बार जब नानी आई तो सुबह  जल्दी उठाकर उन्हें अपनी सारी एक्सरसाईज दिखाई ...
नानी तो करती नहीं .......(आलसी है, - नानी को बताना मत !!! - :-D

Wednesday, July 16, 2014

उई माँ!!!

उई माँ !!!............
ये मेरी माँ है !!!:-D ....
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मैं वारी जाऊं !!!!

Tuesday, July 15, 2014

बढ़ती मैं .....


जब मैं एक महीने की हुई उस दिन मदर्स डे था ,माँ को मैंने भी विश किया ...दूसरा माह कब ख़तम हुआ पता ही नहीं चला क्योकि माँ की नानी के घर यानि खरगोन में सब मुझसे मिलने आए थे और पार्टी रखी थी ,अब तीन महीने की हो गयी हूँ 11 जुलाई को और माँ के जन्मदिन की तैयारी में लगी हूँ नानी के साथ .....:-D
-मायरा

Friday, July 11, 2014

बातूनी नानी

नानी और मैं अक्सर ये बातें करते हैं-
तुम बड़ी होना तो ये करना,
तुम बड़ी होना तो वो करना .
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और मैं यही सोचती हूँ-
नानी बड़ी कब होगी ....:P
-मायरा

Wednesday, July 9, 2014

चुगली ...

कुछ दिन पहले माँ ने नानी से शिकायत की कि मैं शैतानी करने लगी हूँ ......नानी मानी नहीं तो नानी को कहा कि वे मेरी साईड लेती है .
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.लेकिन आप ही बताओ शैतानी सीखाता कौन है ----

Saturday, July 5, 2014

अस्पताल से घर ...

१४ अप्रेल २०१४-
अस्पताल वाले अंकल जी ने तो मुझे,पापा,मम्मी और नानी को थका कर कचूमर निकाल दिया ........उफ़!!!!
बताऊँ -सुबह 10 बजे ही डॉक्टर नानी ने कह दिया था कि मैं आज अपने घर जा सकती हूँ,मगर अब तक डिस्चार्ज की कारवाई ही पूरी नहीं हुई ....पता नही और कित्ता टाईम लगाएंगे ....पापा और नानी ने तो आज खाना भी नहीं खाया ....
और परनानी दिन भर से मेरे आने के लिए आँखे बिछाए बैठी होंगी ...........

मुझे और मम्मी को तो अभी खाना और सोना भी जरूरी है न !...

बड़ी मुश्किल से सब खतम हुआ और रात ९ बज गए घर पहुंचने में ....
uff! थकान भरा वो दिन .....

घर में मेरे कमरे को सजा रखा था बुआजी ,चाचा और कान्हा भैया ने .... 
दीवार पर बेलून लगे थे और लिखा था- WELCOME BABY ...
लव यू ! बुआ, चाचा और किशु भैया....

Photo: ये अस्पताल वाले अंकल जी ने तो मुझे,पापा,मम्मी और नानी को थका कर कचूमर निकाल दिया ........उफ़!!!!
बताऊँ -सुबह 10 बजे ही डॉक्टर नानी ने कह दिया था कि मैं आज अपने घर जा सकती हूँ,मगर अब तक डिस्चार्ज की कारवाई ही पूरी नहीं हुई ....पता नही और कित्ता टाईम लगाएंगे ....पापा और नानी ने तो आज खाना भी नहीं खाया ....:-(
और परनानी दिन भर से मेरे आने के लिए आँखे बिछाए बैठी होंगी ...........

मुझे और मम्मी को तो अभी खाना और सोना भी जरूरी है न !